ईमेल क्या है? (Email kya hai): आजकल सबके पास Computers और Smartphones हैं जिसके जरिये लोगो से जुड़ना और भी आसान होता जा रहा है । इंटरनेट के जरिये हम दुनिया भर के लोगो से जुड़े हुए हैं । और इस काम को और भी आसान बनाया हैं Email ने । ईमेल का इस्तेमाल हमलोग अक्सर अपने रोजमर्रा में ज़िंदगी मे करते हैं चाहे वो किसी Friend को मैसेज करना हो या किसी जॉब interview के लिए अप्लाई करना हो ।
ईमेल के जरिये अपना official काम भी करते हैं जैसे किसी business client को मैसेज करना या किसी के साथ meeting plan करना है । इसके साथ ही अगर हम किसी website या social media पर sign up करते हैं तब भी हमे एक email address की जरूरत होती है । इसके अलावा आजकल आपके बैंक एकाउंट को भी आपके ईमेल एकाउंट के साथ जोड़ दिया जाता है जिसके मदद से आपको बैंक संबंधित emails प्राप्त होते हैं। इसके साथ ही आपको कई सारे सरकारी कामो में भी ईमेल की जरूरत पड़ती है।
इसलिये अब तक आपको यह तो समझ आ गया होगा कि email हमारे लिए कितना जरूरी है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है आखिर ये ईमेल क्या होता है? यह काम कैसे करता है और इसको बनाया किसने है ? इसके साथ ही आपके मन मे यह भी सवाल आता होगा कि email और gmail में क्या अंतर है ? इन्ही सब सवालों के जवाब लेकर आज हम इस ब्लॉग में आये हैं । आईये इस लेख में ईमेल के बारे में विस्तार से जानते हैं। ईमेल क्या है? के बारे में आपके सारे Doubts Clear करते हैं-
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ईमेल क्या है? (What is email in Hindi)
Email दो शब्दों से मिल कर बना है E + Mail जिसमें E का मतलब है Electronic औए Mail का मतलब पत्र । इसका मतलब जब हम किसी पत्र या मैसेज को Electronic तरीके से भेजते हैं तब उसे ईमेल कहा जाता है। आसान भाषा मे बात करें तो Internet के जरिये किसी information को एक जगह से दूसरे जगह भेजने की क्रिया ईमेल कहलाती है । Internet आने से पहले अगर किसी एक जगह से दूसरे जगह किसी information को पहचाने के लिए लोग पत्र का इस्तेमाल करते हैं जिसे इंग्लिश में mail भी कहते हैं ।
लेकिन उसके बाद Internet का जमाना आया जिसके बार पत्र को post office के बजाय Internet के जरिये एक से दूसरे जगह पहुचाया जाने लगा । 1972 में इस काम मे क्रांति लायी एक वैज्ञानिक Ray Tomlinson ने जिन्होने ईमेल का अविष्कार किया । आज ईमेल Internet पर सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले सेवाओं में से एक है । ईमेल के जरिये हम अपने मैसेज, फोटोज, वीडिओज़,और फाइल्स को transmit कर सकते हैं । मूल रूप से ईमेल एक ऐसा information है जिसको इंटेरनेट के जरिये एक या उससे अधिक लोगो तक भेजा जा सकता है।
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ईमेल का इतिहास
आपके मन मे यह सवाल जरूर उठता होगा कि ईमेल की खोज किसने की थी ? इस सवाल का जवाब अक्सर आपको किताबो और इंटरनेट पर Ray Tomlinson के नाम से मिलेगा लेकिन क्या आपको पता है ईमेल की आधिकारिक रूप से खोज एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक ने की थी जिनका नाम VA Shiva Ayyadurai ने की थी।
आपको बता दे कि 1972 में Ray Tomlinson ने पहली बार एक ईमेल संदेश भेजा और सर्वप्रथम @ साईन का उपयोग किया जिसकी वजह से Ray Tomlinson को ईमेल का आविष्कारक माना जाता है । लेकिन 1982 में भारतिय मूल के एक वैज्ञानिक शिवा अय्यादुरई ने ईमेल नाम से एक प्रोग्राम तैयार किया और इसमें Outbox, Inbox,Folders, Attachments, Draf, Body जैसे महत्वपूर्ण ऑप्शन्स शामिल किया ।
जिसके बाद अमेरिकी सरकार ने अधिकारिक रूप से VA Shiva Ayyadurai को ई-मेल के अविष्कारक का दर्जा दिया । आपको बता दे कि जब शिवा अय्यादुरई ने ईमेल प्रोग्राम बनाया था तब वो मात्र 14 साल के थे । इसलिए आगे जब भी आपजे ईमेल के आविष्कार के बारे में सवाल पूछा जाए तो आप शिवा अय्यादुरई का नाम जरूर याद रखें।
ईमेल काम कैसे करता है ?
आसान भाषा मे तो आप समझ गए होंगे कि ईमेल क्या है लेकिन अब इसको थोड़ा technical भाषा मे भी समझिए. इमेल को sender से receiver तक पहुचाने में कुछ चीज़ों की जरूरत पड़ती है :
- ई-मेल सर्विस प्रोवाइडर ( Gmail, Yahoo Mail, Outlook आदि)
- मेल सर्वर्स
- मेल प्रोटोकॉल्स ( SMTP, POP3,IMAP)
- इंटरनेट
जब आप यानी Sender कोई ई-मेल Receiver के ई-मेल Address पर भेजते हैं तो आपका ईमेल सर्विस प्रोवाइडर उसको एक मेल सर्वर के साथ जोड़ता है जो कि एक प्रोटोकॉल जिसे SMTP यानी Simple Mail Transfer Protocol की मदद से उसे Receiver के मेल सर्वर पर भेज देता है । अब हमारा मैसेज POP3 या IMAP प्रोटोकॉल की मदद से Receiver तक पहुच जाता है।
अगर हम अपने मैसेज में POP3 का इस्तेमाल करते हैं या Receiver अपने सिस्टम में POP3( Post Office Protocol ) का इस्तेमाल कर रहा है तो उसको भेजा हुआ सारा ई-मेल उसके हार्ड डिस्क में स्टोर हो जाता है औए सर्वर से हट जाता है । वही अगर वह IMAP ( Internet messege access protocol) का इस्तेमाल करता है तो उस ई-मेल का एक कॉपी सर्वर पर भी स्टोर रहता है ।
Email Address/ID क्या है
जिस तरह किसी Postman को चिट्ठी पहुचाने के लिए एक Address की जरूरत पड़ती है ठीक उसी तरह एक ई-मेल भेजने के लिए एक Email Address की जरूरत पड़ती है। आपका ईमेल सर्विस प्रोवाइडर उस Address की मदद से आपके ईमेल को Receiver तक ले जाने में मदद करता है।
Email Address के 2 भाग होते हैं।
- Username
- Domain Name
जैसे talkyme@gmail.com इसमें @ के पहले वाला भाग username होता है और @ के बाद वाला भाग आपके ईमेल सर्विस प्रोवाइडर का domain name होता है । यहां पर हमारा सर्विस प्रोवाइडर Gmail है इसलिए डोमेन नेम gmail.com है। ऐसे ही अगर आप Yahoo Mail का इस्तेमाल करते हैं तो आपका Email Address कुछ इस तरह होगा yourname@yahoo.com.
यहाँ @ (at sign) आपके Username को डोमेन नेम(Domain Name) से अलग करने का काम करता है।
अब जब आपको कोई ई-मेल भेजना होता है तो आपको 2 email address की जरूरत होती है। एक आपका और एक Receiver का। मान लीजिए आप Receiver के email address ( teambob@gmail.com) पर एक ई-मेल भेजते हैं तो आपका सर्वर SMTP की मदद से उसको भेजने का काम करता है । SMTP आपके email address को DNS Server( Domain Name System) की मदद से एक IP address में translate करता है और फिर उसे Receiver के सर्वर में भेज देता है।
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ईमेल सर्विस प्रोवाइडर
जिस तरह एक Postman आपके चिट्ठी को Deliver करने में मदद करता है वैसे ही एक ईमेल सर्विस प्रोवाइडर आपके ईमेल भेजने में मदद करता है । Email service Provider मूख्यतः दो प्रकार के होते हैं:
1. Client-based ( email clients )
Email client जिसे Email Reader औऱ Mail User Agent(MUA) के नाम से भी जानते हैं एक ऐसा software होता है जो आपको ईमेल भेजने और प्राप्त करने में मदद करता है । आम तौर पर यह एक Paid सेवा होती है जिसके लिए आपको पैसे देने होते हैं । Email Clients की मदद से आप अपने ईमेल को पढ़ सकते हैं, organize कर सकते हैं, और भेज सकते हैं । email client की मदद से आप अपने ईमेल को बिना इंटरनेट के भी पड़ और भेज सकते हैं।
Some popular email clients
- Microsoft Outlook
- Mozilla Thunderbird
- Mailbird
- DreamMail
- eM Client
2. Webmail
Webmail एक वेब-आधारित ईमेल सर्विस है जो आपमे web browser की मदद से ई-मेल भेजने व प्राप्त करने मव मदद करती है । इस सर्विस के लिए आपको अलग से किसी भी software को डाउनलोड नही करना पड़ता और ना ही किसी प्रकार का charge देना पड़ता है । आपको केवल एक internet connection और एक web browser की जरूरत पड़ती है जहाँ पर जाकर आप इस सर्विस का लाभ उठा सकते हैं ।
Some popular webmail services
- Gmail
- Yahoo! Mail
- ProtonMail
- Zoho Mail
- GMC Mail
- AOL Mail
ईमेल का फॉर्मेट कैसा होता है– (Email Format)
अब तक तो आप अच्छे से जान गए होंगे कि ईमेल क्या है और काम कैसे करता है । अब हम ई-मेल के बनावट के बारे में बात करेंगे और उसमें इस्तेमाल किये जाने वाले कुछ Terms को भी जानेंगे । मुख्यतः ई-मेल के तीन भाग होते हैं :
1. Header : Header आपके ईमेल का मुख्य भाग होता है । Header में वो सारी जरूरी चीजे लिखी जाती हैं जिसकी मदद से आपका email receiver तक पहुच पाता है जैसे
- To: यहाँ पर आपको Receiver का address डालना होता है जहाँ आपको मेल भेजना है । अगर आपको कई लोगो को एक साथ मेल भेजना है तो आपको सबका Email Address comma( ,) से अलग कर कर के लिखना होगा
- From : यहाँ आपको अपना email address डालना होता है
अगर आप किसी email का reply दे रहे हैं तो यह दोंनो जगह अपने आप fill हो जाएंगे ।
- Subject: यहां पर आपको अपने ई-मेल के सब्जेक्ट के बारे में लिखना होता है जिससे आपका Receiver देखते ही पता लगा ले कि यह email किस purpose से भेजी गयी है
- CC ( Carbon Copy ): यह ऑप्शन आप तब इस्तेमाल करते हैं जब आपको Primary recipients ( जिनका Address आपने ‘To’ में डाला है) के अलावे कुछ और लोगो को यह मैसेज भेजना चाहते हैं । CC में आप एक बार मे 100 लोगो का address डाल सकते हैं । जब आप cc करते हैं तो उस मैसेज के जितने भी Recipients हैं सभी को यह पता चल जाता है कि किसको किसको यह मेसज मिला है।
- BCC: Bcc भी cc की तरह ही काम करता है बस इसमें फर्क इतना होता है कि bcc किये गए recipients को यह पता नही चलता कि मैसेज किसको किसको मिला है।
2. Body: जहां पर आप अपना Main messege लिखते है वो ईमेल का Body होता है। Body में आप उन सब information को add करते हो जो आपको receiver तक पहुचाना है जैसे कि Text, Photos, Videos, Attachments.
3.Envelope: यह एक ऐसा भाग है जो आपको दिखता नही हैं । मुख्य रूप से यह एक लिफाफे के तरह ही काम करता है जिसमे आपके ईमेल के Header और Body को बंद कर में रखा जाता है और फिर उसे सर्वर द्वारा receiver भेज दिया जाता है।
ईमेल कैसे भेजे
ईमेल भेजने के लिए आपको 2 Email Address की जरूरत पड़ेगी । एक आपका और एक Receiver का । यहां हम Gmail का इस्तेमाल कर के ईमेल भेजने का तरीका बता रहे हैं :
- आप फ़ोन या डेस्कटॉप में Gmail Website खोल लीजिये
- Compose पर क्लिक करे
- From में अपना Email Address डालें
- To में Receiver का email address डालें
- Subject लिखें (optional)
- Compose email में अपना main message type करें । आप चाहे तो कोई file भी attach कर सकते हैं । compose करने के बाद send पर क्लिक करें ।
- आप चाहे तो अपना ईमेल बाद में भी schedule कर सकते हैं जिसके लिए आपको send के बजाय schedule send सेलेक्ट करना होगा।
Email और Gmail में क्या अंतर है ।
Email: Electronic Mail
Gmail: Google Mail
अक्सर इस बात से कई लोग Confuse रहते हैं कि Email और Gmail में क्या अंतर है तो चलिए आज हम आपके सारे doubts clear करते हैं ।
Email जैसा की हमने ऊपर पढा एक ऐसी information होती है जिसको हम internet की मदद से भेजते हैं या प्राप्त करते है । Email भेजने और प्राप्त करने में हमे मदद करती हैं Email Service Providers. Gmail भी एक Gmail Service Provider है जिसका मतलब होता है Google Mail. Gmail Google का एके प्रोडक्ट है जो हमे ईमेल को भेजने और प्राप्त करने में मदद करता है । आजकल के Smartphones में Gmail को पहले से ही install कर के दिया जा रहा है जिसकी वजह से हमे किसी web browser पर भी जाने की जरूरत नही पड़ती।
ईमेल के मुख्य फायदे
1. Cost- effective( सस्ता) : ईमेल एक ऐसी सर्विस है जो बहुत ही cost-effective है । कई सारे ईमेल सर्विस प्रोवाइडर तो ऐसे जिन्हें हम free में इस्तेमाल करते हैं जैसे Gmail, YahooMail आदि । इन्हें इस्तेमाल करने के लिए हमारे पास सिर्फ एक internet connection होना जरूरी है । एक बार हम online आ गए तो उसके बाद हमे कोई extra charge नही देना पड़ता।
2. Ubiquitous ( सर्वव्यापक ) : ईमेल को दुनिया के किसी भी कोने से इस्तेमाल कर सकते हैं । हम दुनिया मे कही भी रहे और हमारे पास internet हो तो हम ईमेल के जरिये किसी को भी अपना मैसेज पहुचा सकते हैं ।
3. Easy (आसान) : पोस्टल मेल के मुकाबले email भेजना बहुत ही आसान है । आपके पास केवल एक internet connection और एक smartphone होना चाहिए जिसकी मदद से आप आसानी से ईमेल भेज सकते हैं
4. Speed ( तेज ) : Internet की वजह से इमेल भेजने की प्रक्रिया काफी तेज है । अगर आपका इंटरनेट स्पीड अच्छा है तो ईमेल भेजने के कुछ सेकंड बाद ही वो Receiver को प्राप्त हो जाती है जिससे आपके time की भी काफी बचत होती है।
5. Mass Sending : ईमेल की मदद से हम अपना मैसेज एक बार में कई लोगो के पास पहुचा सकते हैं वो भी कुछ मिनटों में जो कि email के पहले Possible नही था।
6. Backup : आप अपने ई-मेल एकाउंट का बैकअप भी बना सकते हैं जिसकी मदद से आप अपना कोई भी ई-मेल कभी भी पढ़ सकेंगे।
7. Paperless : ईमेल पूर्ण रूप से एक Paperless सर्विस है जिसके वजह से यह पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी अच्छा है । पेपर के इस्तेमाल को कम कर के यह पर्यावरण को गंदा होने से भी बचाता है।
ईमेल से नुकसान
1. Cyberattack : भले ही ईमेल को Information का आदान प्रदान करने का एक आसान और सुरक्षित तरीका माना जाता है लेकिन आजकल ईमेल के जरिये cyberattack का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है । ईमेल का फायदा उठा कर attackers computers में malware attack कर देते हैं जिसके कई सारे तरीके मौजदू हैं जैसे
- Phishing
- Spamming
- Spoofing
- BEC ( Business Email Compromise)
- Spear Phishing
- Ransomware
2. Spam : Email का एक बहुत बड़ा disadvantage spamming भी है । आपने अक्सर अपने ईमेल एकाउंट में पाया होगा कि आपको कुछ कम्पनियों के तरफ से spamming मैसेज मिलता रहता है जो कि काफी irritating भी लगता है
3. Storage : ईमेल में आप बहुत बड़ी फ़ाइल नही भेज सकते क्योंकि हर ईमेल सर्विस प्रोवाइडर की एक लिमट होती है।
4. Internet Based : वैसे तो अब Internet की पहुच ज्यादातर लोगो के पाया हो चुकी है लेकिन अभी भी कई जगहें ऐसी है जहाँ Internet नही है । और हमारे देश मे एक बड़ी आबाद ऐसी भी है जिन्हें इंटरनेट इस्तेमाल करने नही आता है ऐसे में Email का Internet आधारित होना इसका एक Disadvantage है।
Email Storage Limit
अलग अलग ईमेल सर्विस प्रोवाइडर्स की अलग अलग स्टोरेज लिमिट है जिसे आप निचे देख सकते हैं :
Gmail : 15 GB
Outlook : 15 GB
Yahoo! Mail : 1 TB
Proton Mail : 500 MB
Zoho Mail : 5 GB
iCloud Mail : 5 GB
AOL Mail : 250 GB
GMX : 65 GB
Tutanota : 1 GB
ईमेल के प्रकार-ईमेल कितने प्रकार का होता है?
- Newsletters
- Promotional
- Lead Nurturing
- Standalone Emails
- Onboarding Emails
- Transactional Emails
- Milestone Emails
- Survey Emails
ईमेल में क्या क्या भेज सकते हैं
ईमेल एक ऐसा जरिया है जिसके मदद हम दुनिया भर के लोगो के साथ जुड़ सकते हैं और उनके तक अपना मैसेज पहुचा सकते हैं । ईमेल की मदद से हम Text Message तो भेज ही सकते हैं साथ ही कई files भी भेज सकते हैं। ईमेल के body में कई सारे files attach कर सकते हैं जैसे Pictures,Videos,PDFs,Program आदि।
हालांकि कुछ ऐसे files भी हैं जिन्हें आप ईमेल पर नही भेज सकते जैसे कि .exe फ़ाइल । .exe फ़ाइल को भेजने के लिए पहले हमें उसे .zip file format में Compress करना होगा जिसके बाद हम इस भेज सकते हैं।
FAQs
ईमेल का अविष्कारक एक अमेरिकी वैज्ञानिक Ray Tomlinson को माना जाता है जिन्हीने सर्वप्रथम सन 1972 में Email भेज कर दिखाया था और @ sign का चयन भी किया था लेकिन 1982 में अधिकारिक रूप से भारतिय मूल के एक वैज्ञानिक शिवा अय्यादुरई ने ईमेल की खोज की और एक ईमेल प्रोग्राम तैयार किया।
Email यानी Electronic Mail एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे इंटेरनेट की मदद से हम मैसेज का आदान प्रदान कर सकते हैं। वही Gmail यानी Google Mail एक ईमेल सर्विस प्रोवाइडर है।
हमने क्या सीखा
आज के इस लेख में हमने ईमेल के बारे में बहुत कुछ सीखा और जान जैसे ईमेल क्या है?, ईमेल कैसे काम करता है, ईमेल की खोज किसने की आदि। उम्मीद करता हूँ की आज के इस लेख को पढ़ने के बाद आपके मन मे ईमेल को लेकर सारा डाउट खत्म हो गया होगा और आपने जरूर कुछ ना कुछ सीखा होगा । आप अपने दोस्तों और परिवार में इस जानकारी को जरूर शेयर करें और हमे कमेंट के जरिये अपनी राय जरूर दें। धन्यवाद!