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Deep Learning kya hai : अगर आप Artificial intelligence जैसी तकनीक में रुचि रखते हैं तो आपने कभी ना कभी Deep Learning और Machine Learning जैसे शब्दों को जरूर सुना होगा । इसके साथ ही आप इन दोनों शब्दो के मतलब और अंतर को लेकर काफी confuse भी रहे होंगे ।
लेकिन आज हम आपको Deep Learning के माध्यम से इन दोनों शब्दो के बीच के अंतर को आसान भाषा मे समझाने की कोशिश करेंगे । और साथ ही Deep Learning तकनीक के बारे में विस्तार से बात करेंगे । इसके अलावा हम आपको बताएंगे कि किस तरह यह दोनों तकनीकें Artificial intelligence को औऱ भी मजबूत बना रही हैं
Deep Learning ही वो तकनीक है जिसके कारण Driverless cars जैसी असंभव लगने वाले कार्य भी किये जाने लगे हैं । इसके अलावा इसके इस्तेमाल से Siri और Alexa जैसे कमाल के Voice Assistant बनाये गए हैं जो कि Artificial Intelligence पर आधारित होते हैं।
Deep Learning के कुछ और उपयोगों की बात करें तो Chatbots उनमें से एक है जिसका इस्तेमाल कंपनियां अपने customer care सेवा को आसान बनाने के लिए इस्तेमाल कर रही हैं । पिछले कुछ सालों में AI की दुनिया काफी विकसित हुई है और इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण Deep Learning रहा है और इसलिए जरूरी हो जाता है कि हम Deep Learning को अच्छे से समझे और इसके daily life उपयोगों के बारे में विस्तार से जाने ।
तो आइए देर ना करते हुए हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि Deep Learning kya hai?
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Deep Learning क्या है ( Deep Learning in Hindi)
Deep Learning एक ऐसी technique है जिसकी मदद से Machine Learning को प्राप्त किया जा सकता है जो कि Artificial Intelligence का एक सबसेट है । और इसीलिए Deep Learning को जानने से पहले हमें Machine Learning औऱ Artificial intelligence को समझना होगा ।
Artificial Intelligence एक ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से मशीनें Humans को mimic करना सीखती हैं या यूं कहें हमारी तरह कार्य करना सीखती हैं । AI पर आधारित Robots इसका एक सटीक उदाहरण है । आजकल ऐसे कई Robots मौजूद हैं जो हमारी तरह ही किसी कार्य को कर सकते हैं । इसके अलावा Google Assistant भी AI का एक उदारहण है जो की हमारे natural language processing और मशीन लर्निंग जैसे तकनीकों की मदद से हमे एक सटीक output प्रदान करता है ।
Machine Learning के पहले किसी AI मॉडल को तैयार करने के लिए उसे programme करना पड़ता था जिसमे काफी टाइम और मेहनत लगती थी । लेकिन Machine Learning ने इस काम को आसान बना दिया और इसकी मदद से मॉडल बिना प्रोग्राम किये सिर्फ ‘डाटा’ की मदद से अपना output दे सकता है ।
लेकिन जैसे जैसे इंटरनेट का उपयोग बढ़ता गया, Data का अमाउंट बढ़ने लगा और ऐसे में जरूरत पड़ी Deep Learning की ।
Deep Learning के मदद से तैयार किया गया एक algorithm इंसानों के दिमाग की तरह सोचता और काम करता है । जिस तरह हमारा brain न्यूरॉन्स की मदद से कार्य करता है उसी तरह Deep Learning एक multi neural network पर आधारित है । Machine Learning में एक मॉडल को तैयार करने के लिए उसमे manually features बताना होता है । लेकिन Deep Learning पर आधारित एक मॉडल automatically किसी डेटा से features निकाल लेता है और अपना output देता है । Deep Learning के किसी मॉडल को अच्छे से कार्य करने के लिए बहुत सारे Data की जरूरत होती है जिसके चलते इसके training में भी ज़्यादा टाइम लगता है ।
AI, Machine Learning और Deep Learning में अंतर
Artificial Intelligence, Machine Learning और Deep Learning वैसे तो एक दूसरे से काफी जुड़े हुए हैं लेकिन इन तीनों के बीच के बारीक अंतर को समझना जरूरी है ।
Artificial Intelligence में वो सारी तकनीकें शामिल हैं जिसकी मदद से मशीनों में Humans की ‘intelligence’ आ पाता है जिसके बाद मशीनें हमारी तरह कार्य कर पाती हैं। मशीनों में इंसानों की तरह inteligence लाने के दो तरीके मौजूद हैं; पहले तरीके में से उस मॉडल को एक algorithm की मदद से programme किया जाता है जिसके बाद वस उस तरह से काम कर पाता है जैसे उसको programme किया गया है ।
और दूसरे तरीक़े में मॉडल को बिना प्रोग्राम किये Data की मदद से train किया जाता है और इसी technique को हम Machine Learning के नाम से जाना जाता है । Machine Learning में किसी मॉडल को ‘Data’ की मदद से train किया जाता है जिसके लिए उस मॉडल में manually features add करना होता है जिसको feature extraction के नाम से जाना जाता है । इन features की मदद से वह मॉडल अपन task complete करता है ।
अब अगर बात Deep Learning की की जाये तो इसकी मदद से बनाया मॉडल भी Machine Learning की तरह ही Data से सीखता है और trained होता है लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि Deep learning में हमे अलग से सभी features add करने की जरूरत नही होती ।
Deep Learning का algorithm खुद ही Data से सारे features extract कर लेता है । उदाहरण के तौर पर Driverless car रोड पर चलते किसी person या traffic light की खुद ही detect कर लेता है ।
Deep Learning की जरूरत क्यों ?
Deep Learning मशीन लर्निंग का एक सबसेट है और एक तरह से Machine Learning का Advance version है। लेकिन आखिर Deep Learning की जरूरत क्यों पड़ी आइए जानते हैं ;
- Big Data : Deep Learning के उपयोग में आने का सबसे बड़ा कारण है Big Data. पिछले कुछ सालों में जिस तरह से इंटरनेट के दुनिया मे विकास हुआ है Data अब Big Data में बदल चुका है । एक रिपोर्ट के अनुसार हर रोज लगभग 2.5 quintillion data तैयार होता है और ऐसे में एक ऐसी तकनीक की जरूरत होती है जो इतने सारे data को handle कर पाए। और इस मामले में Deep Learning मशीन लर्निंग से कही ज़्यादा effective माना जाता है । चुकी Deep Learning एक multi neural network पर कार्य करता है, इसके algorithm को train करने के लिए बहुत सारे डाटा की जरूरत पड़ती है । जितना ज्यादा डाटा algorithm को provide किया जाता है उतना ही अच्छा result प्राप्त होता है ।
- Features Extraction : जैसा कि हमने ऊपर बताया,मशीन लर्निंग में किसी मॉडल को तौयार करने के लिए हमे उसमे manually features डालने पड़ते हैं लेकिन Deep Learning में ऐसा नही है । Deep Learning एक neural network पर आधारित होता है जिज़मे मौजूद layers खुद ही किसी object से features extract कर लेते हैं।
Deep Learning काम कैसे करता है?
जैसा कि हमने Deep Learning के परिभाषा में जाना,यह एक multi neural network पर काम करता है जिसे deep neural network भी कहा जाता है । इस neural network में कई सारे layers मौजूद होते हैं। इन लेयर्स पर मौजुद nodes द्वारा signal travel करता है ठीक उसी तरह जैसे हमारे दिमाग मे neurons के द्वारा signals travel करती हैं । इस neural network में मौजूद इन layers की मदद से मॉडल खुद ही किसी data से features extract कर लेता है ।
Deep Learning Examples:
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Driverless Cars
Deep Learning के सबसे उन्नत उदाहरणों में से एक है Driverless Cars. ये ऐसी cars होती हैं जिनको बिना किसी driver की मदद से चलाया जाता है । Deep Learning की मदद से ये cars खुद ही अपने रास्ते मे आ रहे objects को detect कर लेता है। Driverless cars ऑटोमेटिकली traffic lights,stop signs यहां तक कि रोड पर चल रहे इंसानों को भी detect कर लेता है ।
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Medical Sector
Medical sector में भी deep learning का इस्तेमाल कई जगहों पर किया होने लगा लगा है। आजकल इसका इस्तेमाल डॉक्टर्स द्वारा cancer cells को detect करने में किया जा रहा है । इसके अलावा Deep Learning के इस्तेमाल से X-ray, MRI, CT scan जैसे जांच examine किये जा सकते हैं ।
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Image Colourization
Deep Learning का उपयोग आजकल black and white images को colour images में बदलने के लिए भी किया जा रहा है । इसके साथ ही Prisma जैसे कुछ apps इसका इस्तेमाल किसी image को एक artwork की तरह create करने में कर रही हैं जो देखने में काफी हद तक real लगता है ।
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Automatic Suggestions
अक्सर आपने देखा होगा कि Youtube और Netflix जैसे एप्प्स आपके interest के हिसाब से आपको content suggest करते हैं । अगर आप किसी एक टॉपिक को ज़्यादा search करते हैं तो आपको उस टॉपिक से रिलेटेड चीज़े ही दिखाई जाती हैं । यह भी Deep Learning का ही एक उदारहण है।
Conclusion
Deep Learning एक ऐसा तकनीक है जो मशीनों को और अधिक मजबूत बना रहा है ताकि वह हमारी तरह सोच सके और कार्य कर सके । लेकिन मेरी नजर में deep learning जैसी कोई भी तकनीक मशीनों में self awareness और emotion जैसे intelligence नही आ सकते जो कि इंसानों के पास मौजूद हैं ।
आज के इस आर्टिकल में हमने Deep Learning, Machine Learning और Artificial intelligence के बीच अंतर और उनके विभिन्न उपयोगों को समझा। इसके साथ ही Deep Learning के बारे में विस्तार से जाना जैसे कि Deep learning kya hai, यह काम कैसे करता है और इसकी जरूरत क्यों है ? अगर आपको इस टॉपिक से जुड़ा कोई भी डाउट हो तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं। धन्यवाद !